उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में रियल एस्टेट से जुड़े एक बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। इस मामले में भू-माफिया दीपक मित्तल के खिलाफ एक और आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अपनी कंपनी पुष्पांजली रियल्म्स एंड इंफ्राटेक के खातों से करोड़ों रुपये की हेराफेरी की और उसे फ्लैट बुकिंग के नाम पर दोबारा कंपनी में घुमा दिया।
शिकायतकर्ता आर्यन वालिया ने राजपुर थाने में दर्ज शिकायत में बताया कि उनके पिता राजपाल वालिया ने कंपनी को कीमती ज़मीन दी थी, जिसके बदले उन्हें साझेदारी दी गई थी। इसके बाद कंपनी के निदेशक दीपक मित्तल ने मनीष गुप्ता, मनीष गर्ग और विनीता गर्ग के साथ मिलकर कंपनी से करोड़ों रुपये निजी खातों में ट्रांसफर किए और फिर वही रकम फ्लैट बुकिंग के नाम पर वापिस कंपनी में डाली गई।
गबन का आंकड़ा:
₹3.32 करोड़ – मनीष गुप्ता के जरिये
₹2.47 करोड़ – मनीष गर्ग के जरिये
₹1.71 करोड़ – विनीता गर्ग के जरिये
आरोप है कि इन लोगों ने ग्राहकों से पैसे लेकर फ्लैट तक नहीं दिए और कंपनी की रकम का निजी लाभ के लिए दुरुपयोग किया।
कानूनी कार्रवाई:
राजपुर थाने में IPC की धारा 406, 420 और 120बी के तहत केस (FIR संख्या 140/25) दर्ज किया गया है।
दीपक मित्तल का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड:
दीपक मित्तल और उनकी पत्नी राखी मित्तल पर पहले से ही धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट समेत कुल 9 मुकदमे दर्ज हैं। उनके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) भी जारी किया गया है, और रेड कॉर्नर नोटिस की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
पूर्व में दर्ज मुख्य मुकदमे:
डालनवाला और राजपुर थानों में दर्ज कई केस – IPC की धारा 406, 420, 120बी और गैंगस्टर एक्ट के तहत।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है और जल्द गिरफ्ता
री की संभावना जताई गई है।