उत्तराखंड में सोना-चांदी की कीमतों में हालिया गिरावट से बाजार में भारी उत्साह देखा जा रहा है। पिछले एक हफ्ते में सोने के भाव में प्रति 10 ग्राम 1100 रुपये और चांदी में प्रति किलो 2800 रुपये की गिरावट आई है। इस बदलाव ने खासकर उन परिवारों के लिए सोना-चांदी खरीदने का सुनहरा अवसर पैदा किया है, जो शादी और अन्य मांगलिक कार्यों की तैयारी कर रहे हैं।

 

त्योहारी सीजन के समापन के बाद 12 नवंबर से एकादशी के साथ मांगलिक कार्यों का दौर शुरू हो जाएगा। इसी के चलते सोना-चांदी में आई इस कमी का फायदा उठाने के लिए लोग ज्वेलरी की दुकानों का रुख कर रहे हैं। दून सर्राफा मंडल के आंकड़ों के अनुसार, पिछले सप्ताह से ही सोने के भावों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। इससे स्थानीय बाजारों, विशेष रूप से धामवाला बाजार, झंडा बाजार, और सहारनपुर चौक पर ज्वेलर्स की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है। इसके अलावा ब्रांडेड शोरूम में भी ग्राहक अपनी जरूरतों के हिसाब से खरीदारी कर रहे हैं।

 

दून सर्राफा मंडल के अध्यक्ष सुनील मेसोन ने बताया कि सोने के 22 कैरेट के दाम में भी कमी दर्ज की गई है। 31 अक्टूबर को देहरादून में 22 कैरेट सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 75110 रुपये था, जो बुधवार को घटकर 74010 रुपये पर आ गया। वहीं, चांदी का भाव 99200 रुपये से गिरकर 96400 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया। इस गिरावट का लाभ उठाते हुए कई लोग शादी और अन्य खास अवसरों के लिए आभूषणों की बुकिंग भी करवा रहे हैं। इस समय खासकर उन परिवारों में जो विवाह और अन्य समारोहों के आयोजन की तैयारी कर रहे हैं, उनमें सोना-चांदी की खरीदारी को लेकर उत्साह बढ़ा है।

 

इसके अलावा, इस अवसर का फायदा उठाते हुए कई लोग शादी में उपहार स्वरूप देने के लिए भी आभूषण खरीद रहे हैं। सुनील मेसोन का कहना है कि जिन परिवारों में आगामी महीनों में शादी है, वे इस समय का लाभ उठाकर ज्वेलरी बुकिंग के लिए आ रहे हैं।

 

विवाह और मांगलिक कार्यों के मुहूर्त:

दशहरा के एक महीने बाद, 12 नवंबर से एकादशी के साथ विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों का मुहूर्त शुरू हो जाएगा। उत्तराखंड विद्वत सभा के अध्यक्ष आचार्य विजेंद्र प्रसाद ममगाईं के अनुसार, इस बार विवाह के लिए शुभ तिथियां नवंबर में 12, 18, 22, 23, और 27 हैं, जबकि दिसंबर में 4, 5, 6, 7, और 11 हैं। इसके चलते परिवारों द्वारा शुभ मुहूर्त को लेकर पंडितों के पास बुकिंग कराई जा रही है और कई पंडितों के पास पहले से ही बुकिंग पूरी हो चुकी है।

 

उत्तराखंड में इस समय सोना-चांदी की कीमतों में गिरावट ने न केवल ग्राहकों के बीच खुशी का माहौल बनाया है, बल्कि ज्वेलरी उद्योग को भी एक नया उत्साह दिया है।

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