कॉर्बेट नेशनल पार्क का भ्रमण करने वाले पर्यटकों के लिए एक नई सौगात है। वन्यजीवों और जैव विविधता से भरपूर एक और नया पर्यटन जोन, जिसका नाम “चांदनी ईको टूरिज्म जोन” रखा गया है, जल्द ही रामनगर के तराई पश्चिमी वन प्रभाग के अंतर्गत बेलपड़ाव रेंज में खुलने जा रहा है। इस नए जोन को खोलने का उद्देश्य कॉर्बेट पार्क में बढ़ते पर्यटकों के दबाव को कम करना और उन्हें एक नया रोमांचकारी अनुभव प्रदान करना है।
पर्यटन विभाग की योजना है कि दिसंबर से यह जोन पर्यटकों के लिए खोल दिया जाए। पर्यटक इस 35 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर जंगल सफारी का मजा ले सकेंगे, जहां उन्हें बाघ, गुलदार, हाथी, भालू और कई अन्य वन्यजीवों को करीब से देखने का मौका मिलेगा। इस नए जोन के लिए तराई पश्चिमी वन प्रभाग ने लगभग डेढ़ करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा है, जिसमें पहले साल के लिए 80 लाख रुपये और दूसरे साल के लिए 70 लाख रुपये का बजट प्रस्तावित किया गया है।
यह नया जोन ना केवल पर्यटकों के लिए रोमांचकारी अनुभव लेकर आएगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध कराएगा। जंगल सफारी के लिए सुबह और शाम की पाली में 30 से 50 जिप्सियों की व्यवस्था की जाएगी, जिससे क्षेत्र के युवाओं को नेचर गाइड और ड्राइवर जैसे काम मिलेंगे।
चांदनी ईको टूरिज्म जोन के माध्यम से पर्यटक कॉर्बेट पार्क के बिजरानी, झिरना, ढेला और पाखरो जैसे पर्यटन स्थलों के अलावा, इस नए स्थान पर भी जंगल की खूबसूरती का आनंद ले सकेंगे। पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय लोगों के रोजगार को ध्यान में रखते हुए यह योजना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे इस क्षेत्र में पर्यटन को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा।
तराई पश्चिमी के डीएफओ, प्रकाश आर्या ने बताया कि यह जोन दिसंबर से संचालन में आने की उम्मीद है। उन्होंने इस प्रयास को सफल बनाने के लिए अपनी टीम और शासन के प्रति आभार प्रकट किया है। नेचर गाइड रमेश सुयाल ने भी इस पहल की सराहना की और कहा कि इससे न केवल पर्यटकों को नया अनुभव मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।
जल्द ही, कॉर्बेट नेशनल पार्क के पास के इस नए पर्यटन क्षेत्र में लोग जंगल की गहराइयों में वन्यजीवों और प्रकृति के अद्भुत नजारों का आनंद ले सकेंगे।