उत्तराखंड के हरिद्वार जिले से एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। मंगलौर क्षेत्र में एक पिता ने अपनी ही 18 वर्षीय बेटी को गंगनहर में धक्का दे दिया, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। यह घटना शनिवार की देर रात की बताई जा रही है, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया।
क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना हरिद्वार के सिडकुल थाना क्षेत्र के ढालूवाला इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति द्वारा अंजाम दी गई। आरोपी का नाम प्रदीप धीमान बताया गया है, जो अपनी बेटी प्राची के साथ किसी पारिवारिक विवाद के चलते उलझा हुआ था। विवाद के बीच वह उसे लेकर गंगनहर के पास पहुंचा और वहां अचानक उसे नहर में धक्का दे दिया।
घटना के बाद आरोपी मौके से भागने की कोशिश कर रहा था, लेकिन संयोग से घटनास्थल के पास ही पुलिस की एक टीम मौजूद थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए प्रदीप को तुरंत गिरफ्तार कर लिया और थाने ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी।
प्राची की तलाश में जुटी टीमें
दुर्भाग्यवश, नहर में गिरने के बाद से अब तक प्राची का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। शनिवार देर रात से लेकर रविवार सुबह तक लगातार जल पुलिस और गोताखोरों की टीमें उसे ढूंढने में लगी रहीं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है। गंगनहर की तेज धारा और रात के अंधेरे ने तलाशी अभियान को और भी मुश्किल बना दिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तलाशी का काम अब भी जारी है और जल्द से जल्द प्राची का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। घटनास्थल के आसपास भारी संख्या में स्थानीय लोग भी जमा हो गए, जिन्होंने इस दिल दहला देने वाले कृत्य पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
जैसे ही यह खबर आसपास के लोगों को मिली, मौके पर भीड़ जमा हो गई। हर कोई हैरान था कि कोई पिता अपनी ही बेटी के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार कैसे कर सकता है। कुछ लोगों का कहना है कि पिता और बेटी के बीच अक्सर किसी न किसी बात को लेकर कहासुनी होती थी, लेकिन यह सब इस हद तक चला जाएगा, यह किसी ने नहीं सोचा था।
घटनास्थल पर पहुंचे कुछ सामाजिक संगठनों के लोगों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और आरोपी को सख्त सजा देने की बात कही है।
पुलिस कर रही है गहन पूछताछ
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। अब तक की जांच में यह सामने आया है कि पिता-पुत्री के बीच किसी घरेलू मुद्दे को लेकर तनाव चल रहा था। हालांकि, घटना के पीछे की असल वजह अभी तक साफ नहीं हो पाई है। पुलिस का कहना है कि पूछताछ और अन्य साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही सच्चाई सामने लाई जाएगी।
हरिद्वार के एसएसपी ने खुद इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे प्रकरण की मॉनिटरिंग शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि यह घटना सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं बल्कि समाज को झकझोर देने वाला विषय है। इसलिए जांच में किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी।
महिला आयोग और बाल संरक्षण इकाई भी सक्रिय
इस घटना की खबर मिलते ही उत्तराखंड महिला आयोग और बाल संरक्षण से जुड़ी संस्थाओं ने भी संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष ने बयान जारी कर कहा है कि बेटियों की सुरक्षा से जुड़ा यह मामला बेहद संवेदनशील है और यदि कोई मानसिक या शारीरिक उत्पीड़न की बात सामने आती है तो आयोग अपनी तरफ से भी सख्त कार्रवाई की सिफारिश करेगा।
लोगों के लिए बड़ा सवाल – क्या बेटियां अब अपने घर में भी सुरक्षित नहीं?
इस घटना ने एक बार फिर समाज के सामने एक बड़ा और गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है – “जब एक पिता ही अपनी बेटी की जान का दुश्मन बन जाए, तो बेटियां आखिर किस पर भरोसा करें?” यह सिर्फ एक आपराधिक वारदात नहीं, बल्कि समाजिक सोच पर भी करारा तमाचा है।
जहां एक ओर सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसे अभियान चला रही है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग अपने ही घर की बेटियों को दुश्मन मानकर उनके साथ इस हद तक क्रूरता करने से भी नहीं हिचकिचा रहे।
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फिलहाल क्या स्थिति है?
आरोपी प्रदीप धीमान पुलिस की गिरफ्त में है और उस पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
प्राची की तलाश के लिए रविवार सुबह से एक बार फिर तलाशी अभियान शुरू किया गया है।
पुलिस, SDRF और गोताखोरों की टीम लगातार काम में लगी है।
पूरे क्षेत्र में इस घटना के बाद से शोक और गुस्से का माहौल है।
पुलिस उम्मीद कर रही है कि जल्द ही प्राची को ढूंढ लिया जाएगा
और इस भयावह घटना की सच्चाई पूरी तरह से सामने आएगी।