भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच गृह मंत्रालय ने कई राज्यों को 7 मई को मॉक ड्रिल करने का निर्देश दिया है। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तैयारियों को बढ़ाना है।
मॉक ड्रिल के दौरान क्या होगा?
मॉक ड्रिल के दौरान राज्यों को एयर रेड वॉर्निंग सायरन को संचालित करने और नागरिकों को हमले से बचाव के लिए प्रशिक्षित करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा, राज्यों को निकासी योजनाओं को अद्यतन करने और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने के लिए भी कहा गया है।
भारत-पाकिस्तान तनाव का पृष्ठभूमि
यह निर्देश जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आया है, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं, जिनमें सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी सीमा को बंद करना और राजनयिक संबंधों को कम करना शामिल है।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य
मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तैयारियों को बढ़ाना और किसी भी आपात स्थिति में नागरिकों को तैयार रखना है। गृह मंत्रालय ने राज्यों को इस मॉक ड्रिल को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है।
क्या है एयर रेड सरेंस?
एयर रेड सरेंस एक प्रकार की चेतावनी प्रणाली है जो नागरिकों को हमले या अन्य आपात स्थितियों के बारे में सूचित करने के लिए उपयोग की जाती है। यह सरेंस नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने और आवश्यक सावधानियां बरतने के लिए समय पर चेतावनी प्रदान करती है।
नागरिक प्रशिक्षण का महत्व
नागरिक प्रशिक्षण किसी भी आपात स्थिति में नागरिकों को तैयार रखने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह प्रशिक्षण नागरिकों को हमले या अन्य आपात स्थितियों में कैसे प्रतिक्रिया करनी है और कैसे सुरक्षित रहना है, इसके बारे में जानकारी प्रदान करता है।