देहरादून जिले के डोईवाला क्षेत्र अंतर्गत जौलीग्रांट के पास स्थित कालूवाला में उस समय अफरातफरी मच गई जब सौंग नदी पर बने सिंचाई नहर के हेड पर नहाने आए एक किशोर की डूबने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि मृतक किशोर अठूरवाला का निवासी था और सुबह के समय नहर में नहाने के लिए आया था। यह घटना रविवार सुबह की है, जब गर्मी से राहत पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग नहर पर पहुंचे थे।
स्थानीय प्रशासन और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, किशोर जब नहाने के लिए पानी में उतरा, तो अचानक नहर के तेज बहाव में संतुलन खो बैठा और गहराई में चला गया। नहर का वह हिस्सा, जहाँ हादसा हुआ, काफी गहरा और तेज बहाव वाला है। इस क्षेत्र में पहले भी कुछ छोटे-मोटे हादसे हो चुके हैं, लेकिन इस बार यह जानलेवा साबित हुआ।
घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम और नजदीकी पुलिस चौकी से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। रेस्क्यू टीम ने तत्काल प्रयास शुरू किया और कुछ ही देर में किशोर को नहर से बाहर निकाल लिया गया। मौके पर मौजूद लोगों ने 108 एम्बुलेंस सेवा को बुलाया, और किशोर को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) डोईवाला ले जाया गया। लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद किशोर को मृत घोषित कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, किशोर के सिर पर भी गहरी चोट पाई गई है, जो संभवतः नहर के हेड या किनारे से टकराने के कारण आई होगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि पानी में बहते समय उसका सिर किसी ठोस वस्तु से टकराया और वह बेहोश हो गया, जिससे वह पानी में डूब गया और समय रहते उसे बचाया नहीं जा सका।
कालूवाला के स्थानीय प्रशासक पंकज रावत ने बताया कि यह नहर हेड करीब दो साल पहले बनाया गया था। यह जौलीग्रांट क्षेत्र की सिंचाई आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सौंग नदी से पानी खींचकर खेतों तक पहुँचाने का माध्यम है। उन्होंने यह भी कहा कि गर्मी के मौसम में स्थानीय लोग और आसपास के क्षेत्रों से लोग नहर में नहाने आते हैं, जिससे अक्सर खतरे की संभावना बनी रहती है।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। कई लोगों का कहना है कि नहर के हेड पर कोई चेतावनी बोर्ड या सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था नहीं है, जिससे लोगों को खतरे के बारे में पूर्व जानकारी नहीं मिल पाती।
कुछ लोगों ने सुझाव दिया है कि नहर के आसपास बाड़ लगाई जाए, चेतावनी चिन्ह लगाए जाएं और गर्मियों के मौसम में सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
अठूरवाला गांव में किशोर की मौत की खबर से गहरा शोक छा गया है। परिजन बदहवास हैं और पूरे गांव में मातम का माहौल है। किशोर की पहचान अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन बताया जा रहा है कि वह 15 से 17 वर्ष की आयु का था और परिवार का एक होनहार सदस्य था।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है। फिलहाल, इस दुखद हादसे ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि गर्मी में राहत पाने के चक्कर में लोग कैसे अपनी जान जोखिम में डाल देते हैं।
प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि वह इस घटना को गंभीरता से ले और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए। वहीं आम लोगों को भी जागरूक होना होगा कि प्राकृतिक जल स्रोतों में नहाते समय सुरक्षा मानकों का पालन करें
और जोखिम से बचें।