देहरादून में पूर्व मुख्य सचिव के बेटे के साथ हुई मारपीट के मामले में प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। हरिद्वार के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह ‘चैंपियन’ के बेटे दिव्य प्रताप सिंह के तीनों हथियार लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। यह कार्रवाई देहरादून एसएसपी की रिपोर्ट के आधार पर की गई है, जिसमें लाइसेंसी असलहों के दुरुपयोग और नियमों के उल्लंघन के प्रमाण मिले थे।
जानकारी के अनुसार, दिव्य प्रताप सिंह के पास 32 बोर की दो रिवॉल्वर और एक बंदूक के लाइसेंस थे। अब जिलाधिकारी के आदेश के बाद पुलिस इन तीनों हथियारों को कब्जे में लेने की तैयारी में है। देहरादून और हरिद्वार पुलिस को निर्देशित किया गया है कि निरस्त लाइसेंसों से जुड़े सभी हथियार जल्द से जल्द पुलिस अभिरक्षा में जमा करवाए जाएं।
घटना तीन दिन पहले राजपुर क्षेत्र में हुई थी, जहां पूर्व मुख्य सचिव आर. यशोर्धन के बेटे ने दिव्य प्रताप और उनके गनर पर मारपीट का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। शिकायत में यह भी कहा गया था कि दिव्य प्रताप ने लाइसेंसी असलहा लहराया। जांच में गनर राजेश सिंह की भूमिका सामने आने पर उसे निलंबित किया गया है।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह की रिपोर्ट के आधार पर असलहों के लाइसेंस रद्द करने की संस्तुति जिलाधिकारी हरिद्वार को भेजी गई थी। रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने कार्रवाई करते हुए लाइसेंस निरस्त कर दिए और संबंधित अधिकारियों को नोटिस तामील कराने और हथियार जब्त करने के निर्देश जारी किए।
प्रशासनिक निर्णय के बाद अब पुलिस दिव्य प्रताप से सभी हथियार जमा कराने की प्रक्रिया को तेज कर रही है।

