श्रीनगर गढ़वाल (उत्तराखंड), 25 जून 2025। बुधवार सुबह उत्तराखंड के श्रीनगर क्षेत्र के पास एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें एक ट्रक ब्रेक फेल होने के कारण सड़क पर पलट गया। यह ट्रक ऋषिकेश से हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुआ था और इसमें भंडारे का सामान लदा हुआ था। हादसे में ट्रक के हेल्पर की मौके पर ही मौत हो गई, जिससे क्षेत्र में शोक और अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
सुबह-सुबह हुआ हादसा
घटना सुबह करीब 6:30 बजे की है। जब ट्रक श्रीनगर के पास चमधार (डूंगरीपंथ) क्षेत्र से गुजर रहा था, तभी अचानक ब्रेक फेल हो गए। ब्रेक फेल होते ही वाहन चालक ने नियंत्रण खो दिया और ट्रक सीधे पहाड़ी से टकराकर सड़क पर पलट गया। ट्रक पलटने की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए।
हेल्पर की दर्दनाक मौत
इस हादसे में ट्रक में सवार हेल्पर जोगिंदर सिंह, उम्र 55 वर्ष, निवासी शिकार, जिला गुरदासपुर (पंजाब) की मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक के पलटते ही जोगिंदर सिंह बुरी तरह से ट्रक के नीचे दब गया, जिससे उसकी मौके पर ही जान चली गई। जब तक बचाव कार्य शुरू हुआ, तब तक उसकी साँसें थम चुकी थीं।
ट्रक में था भंडारे का सामान
ट्रक हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हुआ था, जो सिख श्रद्धालुओं का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। ट्रक में भंडारे (लंगर) के लिए खाद्य सामग्री, बर्तन और अन्य आवश्यक सामान भरा हुआ था। यह सामान गुरुद्वारों द्वारा श्रद्धालुओं के लिए सेवा भाव से भेजा गया था। लेकिन हादसे के कारण यह सेवा कार्य अधूरा रह गया।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने तुरंत ट्रक को हटाने और यातायात सुचारू करने का कार्य शुरू किया। शव को बाहर निकालकर श्रीनगर अस्पताल की मोर्चरी में भेजा गया, जहां पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दुर्घटना के कारणों का आकलन किया जा रहा है।
इलाके में अफरा-तफरी
हादसे के तुरंत बाद इलाके में अफरा-तफरी और भीड़भाड़ का माहौल बन गया। राहगीरों और स्थानीय लोगों ने पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी और बचाव कार्यों में सहायता की। कुछ लोगों ने घायलों को प्राथमिक उपचार देने में भी मदद की। हालांकि, ड्राइवर को हल्की चोटें आईं हैं और उसे उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
ब्रेक फेल होने की बढ़ती घटनाएँ
पर्वतीय मार्गों में ब्रेक फेल होने के कारण होने वाली दुर्घटनाएँ लगातार बढ़ती जा रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि खस्ताहाल सड़कों, अत्यधिक लोड, और नियमित वाहन निरीक्षण न होने के कारण ऐसे हादसे होते हैं। प्रशासन से यह मांग उठ रही है कि भारी वाहनों की चेकिंग, ब्रेक टेस्ट, और सड़क सुरक्षा के सख्त नियमों को अनिवार्य किया जाए।
हेमकुंड साहिब यात्रा पर असर
इस हादसे का हेमकुंड साहिब यात्रा पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि हर साल हजारों श्रद्धालु वहां दर्शन के लिए जाते हैं और रास्ते में लंगर तथा अन्य सुविधाओं की व्यवस्था ट्रकों के माध्यम से होती है। भंडारे का यह सामान आवश्यक व्यवस्थाओं का हिस्सा था। ऐसे में, गुरुद्वारा समितियों को वैकल्पिक प्रबंध करने की ज़रूरत पड़ सकती है।
सामाजिक संगठनों की संवेदनाएँ
घटना के बाद कई स्थानीय सामाजिक संगठनों और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों ने हेल्पर जोगिंदर सिंह की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सरकार से मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की मांग की है। साथ ही, हादसे की उच्च स्तरीय जांच की भी माँग की गई है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
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निष्कर्ष:
यह हादसा एक बार फिर से पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा की चिंताओं को उजागर करता है। सेवा भाव से तीर्थस्थल की ओर जा रहे इस ट्रक का यूं पलटना, न केवल एक अनुभवी सहायक की जान ले गया, बल्कि एक पूजा और सेवा कार्य को भी बाधित कर गया। जरूरी है कि प्रशासन इस हादसे को गंभीरता से लेते हुए पर्वतीय मार्गों पर चलने वाले वाहनों की तकनीकी जांच और ड्राइविंग सुरक्षा के नियमों को और सख्त बनाए।