उत्तराखंड में इस वर्ष मानसून ने विकराल रूप धारण कर लिया है। पर्वतीय क्षेत्रों से लेकर मैदानी जिलों तक लगातार हो रही मूसलधार बारिश ने आम जनजीवन को पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के नौ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है और अगले तीन दिनों तक बारिश से राहत की संभावना नहीं जताई गई है। इस बीच सरकार ने चारधाम यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया है तथा प्रशासनिक स्तर पर सभी तैयारियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
देहरादून में सबसे अधिक कहर
राजधानी देहरादून में शनिवार देर रात से बारिश का जो दौर शुरू हुआ, वह रविवार को भी नहीं थमा। लगातार तेज बारिश के कारण शहर के कई इलाकों में जलभराव, भूस्खलन और मकानों को नुकसान की खबरें सामने आई हैं। खासतौर पर सहस्रधारा रोड, मालदेवता, जौलीग्रांट और हाथीबड़कला जैसे क्षेत्रों में भारी तबाही हुई है। सहस्रधारा क्षेत्र में तो तीन घंटे के भीतर 157 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे बादल फटने जैसी स्थिति बन गई।
पानी-पानी हुए शहर के कई इलाके
शहर की नालियां और नाले उफान पर हैं। जलभराव के चलते कई घरों में पानी घुस गया है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़कें टूटी हैं, बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है और कई क्षेत्रों में यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। आपात स्थिति में NDRF और SDRF की टीमों को भी तैनात किया गया है।
चारधाम यात्रा पर ब्रेक
उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा को आज यानी सोमवार (30 जून) के लिए स्थगित कर दिया है। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। प्रशासन द्वारा यात्रा मार्गों की स्थिति का लगातार जायजा लिया जा रहा है। खराब मौसम के चलते पहाड़ी मार्गों पर भूस्खलन की संभावनाओं को देखते हुए यह एहतियाती कदम उठाया गया है।
नदी-नालों के किनारे रहने वालों को चेतावनी
प्रशासन ने विशेष रूप से नदी और नालों के आसपास बसे लोगों को अलर्ट रहने की सलाह दी है। जलस्तर के बढ़ने की आशंका के कारण तटीय गांवों और कस्बों में निगरानी बढ़ा दी गई है। सभी रेखीय विभागों को चौकन्ना रहने और आपदा प्रबंधन की तैयारियों को पूर्ण रखने के निर्देश दिए गए हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट: 9 जिलों में रेड जोन
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देहरादून, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चंपावत, बागेश्वर और ऊधमसिंह नगर में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। अगले 48 घंटे तक इन क्षेत्रों में आकाशीय बिजली, मूसलधार बारिश और भूस्खलन जैसी आपदाएं संभावित हैं।
प्रमुख वर्षा आँकड़े (बीते 24 घंटे)
सहस्रधारा रोड: 157 मिमी
जौलीग्रांट: 132 मिमी
मालदेवता: 125 मिमी
हाथीबड़कला: 101 मिमी
इन आँकड़ों से स्पष्ट है कि कुछ क्षेत्रों में हालात सामान्य से कहीं ज्यादा खराब हैं और प्रशासन इन पर विशेष नजर बनाए हुए है।
तापमान का हाल
बारिश के चलते अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है:
देहरादून: अधिकतम 29.2°C / न्यूनतम 22.2°C
ऊधमसिंह नगर: 26.9°C / 24.9°C
मुक्तेश्वर: 18.2°C / 16.1°C
नई टिहरी: 22.5°C / 16.7°C
पर्वतीय क्षेत्रों में तापमान में गिरावट और ठंडी हवाओं के चलते सामान्य जनजीवन भी प्रभावित हुआ है।
प्रशासन की अपील
प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग लगातार निगरानी कर रहे हैं। सभी जिला प्रशासनिक इकाइयों को अलर्ट पर रखा गया है। लोगों से अनावश्यक यात्रा से बचने, स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।
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निष्कर्ष:
उत्तराखंड इस समय एक गंभीर प्राकृतिक चुनौती का सामना कर रहा है। मूसलधार बारिश, भूस्खलन और बाढ़ जैसी आपदाओं के बीच प्रशासन और आमजन को बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता है। मौजूदा हालात को देखते हुए लोगों को चाहिए कि वे अफवाहों से दूर रहें और केवल आधिकारिक
सूचनाओं पर ही भरोसा करें। सजग रहना ही सुरक्षा की कुंजी है।