अल्मोड़ा नगर में शनिवार देर रात एक नेपाली मूल के अधेड़ व्यक्ति की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। घटना नगर के लक्ष्मेश्वर क्षेत्र की है, जहां खुटकुनी भैरव मंदिर के पास सड़क किनारे एक अज्ञात व्यक्ति बेसुध अवस्था में पड़ा मिला। राहगीरों की नजर जब उस पर पड़ी, तो उन्होंने तत्काल स्थानीय जनप्रतिनिधियों और आपातकालीन सेवा को इसकी सूचना दी। 108 एंबुलेंस के माध्यम से घायल व्यक्ति को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने मृतक की पहचान वीरेंद्र (उम्र लगभग 40 वर्ष) के रूप में की है, जो मूलतः नेपाल का निवासी था। वर्तमान में वह अपने परिवार के साथ धार की तूनी क्षेत्र में निवास कर रहा था। उसकी मौत की सूचना मिलने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई और पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी।
मृत अवस्था में मिला, कोई बाहरी चोट के निशान नहीं
स्थानीय लोगों के अनुसार, वीरेंद्र की हालत उस समय बेहद खराब दिख रही थी। वह सड़क के किनारे गिरा हुआ था और कोई हरकत नहीं कर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उसकी सांसें नहीं चल रही थीं, जिसके बाद लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस बुलवाई। डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मृतक के शरीर पर किसी प्रकार की बाहरी चोट या खून के निशान नहीं मिले हैं, जिससे प्रथम दृष्टया हत्या की आशंका कम प्रतीत होती है। हालांकि, मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। शव को रविवार को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और जांच के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
स्थानीय प्रशासन सतर्क, जांच के निर्देश
घटना की गंभीरता को देखते हुए क्षेत्रीय पुलिस और प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है। क्षेत्राधिकारी (सीओ) गोपाल दत्त जोशी ने जानकारी दी कि पुलिस घटना की हर पहलू से जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि मृतक के दोस्तों और परिजनों से पूछताछ की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि वीरेंद्र रात को वहां कैसे पहुंचा और उसकी तबीयत अचानक क्यों बिगड़ी।
सीओ ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट का आना जरूरी है। रिपोर्ट से यह स्पष्ट होगा कि मौत किन कारणों से हुई — यह कोई दुर्घटना थी, स्वास्थ्य संबंधित समस्या थी या फिर इसमें कोई आपराधिक एंगल है।
स्थानीय लोगों में चिंता का माहौल
नगर क्षेत्र में इस घटना के बाद लोगों में चिंता का माहौल है। सड़क पर इस प्रकार किसी व्यक्ति का मृत अवस्था में मिलना सामान्य घटना नहीं मानी जा रही। स्थानीय निवासी इस मामले को लेकर पुलिस से लगातार संपर्क में हैं और उचित जांच की मांग कर रहे हैं।
खुटकुनी भैरव मंदिर क्षेत्र सामान्यतः शांत माना जाता है, लेकिन इस घटना ने वहां की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पुलिस से क्षेत्र में रात्रिकालीन गश्त बढ़ाने की अपील की है, ताकि भविष्य में इस तरह की कोई और घटना न हो।
वीरेंद्र का पारिवारिक विवरण
मृतक वीरेंद्र का परिवार धार की तूनी में निवास करता है। वह नेपाल से कुछ वर्षों पूर्व भारत आया था और यहां मजदूरी का कार्य करता था। उसके दो छोटे बच्चे भी हैं। अचानक हुई इस घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिवार के लोगों ने बताया कि वीरेंद्र नशे का आदी नहीं था और सामान्य जीवन जी रहा था।
निष्कर्ष और आगे की कार्रवाई
फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों पर स्पष्टता आएगी। सीओ गोपाल दत्त जोशी ने बताया कि पुलिस हर संभव पहलू से जांच कर रही है और यदि किसी प्रकार की साजिश या अपराध की पुष्टि होती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि यदि किसी को इस घटना से संबंधित कोई जानकारी हो, तो वे तुरंत पुलिस को सूचित करें। ऐसे मामलों में जनसहयोग से ही
सच्चाई तक पहुंचा जा सकता है।