उत्तराखंड के देवप्रयाग-ऋषिकेश हाईवे पर लगातार हो रही दुर्घटनाओं के मद्देनजर प्रशासन ने एक अहम फैसला लिया है। अब एक नवंबर से रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया जाएगा, हालांकि आपातकालीन सेवाओं पर यह रोक लागू नहीं होगी। पुलिस के अनुसार, इस निर्णय का उद्देश्य स्थानीय निवासियों और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
रात के समय बढ़ती दुर्घटनाएं बनी चिंता का कारण
ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रात्रि के दौरान लगातार छोटी-बड़ी दुर्घटनाओं की घटनाएं सामने आई हैं। देवप्रयाग और ऋषिकेश के बीच वाहनों की आवाजाही के चलते कई दुर्घटनाएं हो रही हैं, जिससे प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। एसपी टिहरी के निर्देश पर, पुलिस ने रात में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए यह सख्त कदम उठाया है।
आपातकालीन सेवाएं रहेंगी जारी
पुलिस अधिकारी महिपाल सिंह रावत ने जानकारी दी कि आपातकालीन सेवाएं जैसे एंबुलेंस, मेडिकल इमरजेंसी और जरूरी आपूर्ति वाहन इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे। यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी मेडिकल या आपातकालीन परिस्थिति में जनता को सहायता उपलब्ध हो सके।
सुरक्षा को प्राथमिकता
रात्रि यातायात प्रतिबंध लागू करने के पीछे प्रमुख कारण सड़क पर घटित हो रहे हादसों को कम करना और जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देना है। उम्मीद की जा रही है कि इस प्रतिबंध से देवप्रयाग-ऋषिकेश मार्ग पर होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आएगी और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा।
आगे बढ़ते हुए, पुलिस प्रशासन समय-समय पर इस निर्णय की समीक्षा करेगा और आवश्यकता पड़ने पर इसमें संशोधन भी किया जा सकता है।