नैनीताल: राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती समारोह के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को नैनीताल पहुंचेंगी। राष्ट्रपति के दो दिवसीय प्रवास को देखते हुए प्रशासन और पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। नैनीताल एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी के निर्देशन में लगभग 1500 अधिकारी और कर्मचारी सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर रविवार को पुलिस लाइन में अधिकारियों को अंतिम ब्रीफिंग दी गई।
कड़ी सुरक्षा और यातायात व्यवस्था
राष्ट्रपति मुर्मू तीन और चार नवंबर को नैनीताल में रहेंगी। उनके प्रवास के दौरान सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं। एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने कहा कि राष्ट्रपति के विश्राम के दौरान भी पुलिस पूरी सतर्कता बरतेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की लापरवाही राज्य की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है।
रविवार को पुलिस लाइन में आयोजित ब्रीफिंग में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) डॉ. वी. मुरुगेशन ने सभी राजपत्रित अधिकारियों और जवानों को वीवीआईपी सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ड्यूटी प्वाइंट पर राष्ट्रपति की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और थ्रेट पर्सेप्शन के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
संचार और रूट प्लान की समीक्षा
एसपी अपराध व यातायात डॉ. जगदीश चंद्र ने वीवीआईपी रूट, फोर्स डिप्लॉयमेंट और ट्रैफिक डाइवर्जन की विस्तृत जानकारी दी। अपर पुलिस अधीक्षक (दूरसंचार) रेवाधर मठपाल ने संचार व्यवस्था पर प्रकाश डाला। बैठक में आईजी अभिसूचना करन सिंह नगनयाल, 31वीं व 46वीं पीएसी वाहिनी के सेनानायक, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चंपावत, पिथौरागढ़ और हल्द्वानी के पुलिस अधीक्षक सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
आईजी के निर्देश: “सुरक्षा व्यवस्था त्रुटिरहित हो”
आईजी रिद्धिम अग्रवाल और करन सिंह नगनयाल ने सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात बल को वीवीआईपी प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अलर्ट मोड में रहें, रूट और कार्यक्रम स्थलों पर अनधिकृत प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित किया जाए।
साथ ही सीमाओं पर सघन चेकिंग, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर और सभी थानों में सत्यापन अभियान चलाने के आदेश दिए गए। हालिया आतंकी घटनाओं को देखते हुए सतर्कता बढ़ाने और हर संदिग्ध सूचना को तत्काल उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने को कहा गया।
डीएम ने कहा – समन्वय से होगा कार्यक्रम सफल
डीएम ललित मोहन रयाल ने कहा कि पुलिस को प्रशासनिक टीमों का पूरा सहयोग मिलेगा। उन्होंने निर्देश दिए कि वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान डाइवर्जन इस तरह से किया जाए कि आम जनता को कोई असुविधा न हो।
सभी इंटेलिजेंस, बीडीएस, स्वान दल, सोशल मीडिया मॉनिटरिंग, फायर और एसडीआरएफ टीमों को एक्टिव मोड में रहने के निर्देश दिए गए।
पुलिस कर्मियों के लिए विशेष दिशा-निर्देश
अपने आस-पास की स्थिति पर लगातार नजर रखें।
पहचान पत्र साथ रखें और ड्यूटी के दौरान मोबाइल प्रयोग से बचें।
जब तक आदेश न मिले, ड्यूटी पॉइंट न छोड़ें।
किसी भी समस्या या भ्रम की स्थिति में तुरंत वरिष्ठ अधिकारी को सूचित करें।
कार्यक्रम स्थल के आसपास होने वाली हर गतिविधि पर पैनी नजर रखें।
पूरे जिले में सघन चेकिंग अभियान चलाया जाए।
ड्रोन संचालन पर रोक, एंटी-ड्रोन सिस्टम सक्रिय रखा जाए।
सभी कार्यक्रम स्थलों पर एटीएस टीमों को तैनात किया गया है।
सुरक्षा बल की तैनाती
राजपत्रित अधिकारी: 31
निरीक्षक/एसआई: 302
हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल: 938
पीएसी बल: 3 कंपनियां और 2 प्लाटून
अन्य टीमें: फायर, एटीएस, एसडीआरएफ और बीडीएस
राज्यपाल भी रहेंगे मौजूद
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) भी राष्ट्रपति के दो दिवसीय नैनीताल प्रवास के दौरान मौजूद रहेंगे। वह सोमवार दोपहर 2:35 बजे जीटीसी हेलिपैड देहरादून से राजभवन नैनीताल पहुंचेंगे और राष्ट्रपति के कार्यक्रमों में भाग लेंगे। मंगलवार को भी वे उनके साथ रहेंगे, जिसके बाद शाम चार बजे हल्द्वानी से पंतनगर के लिए प्रस्थान करेंगे।







