Rishikesh Uttrakhand :चारधाम यात्रा के पवित्र सफर से लौटते वक्त बुधवार की रात एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। बदरीनाथ से तीर्थयात्रियों को लेकर ऋषिकेश आ रही एक निजी बस के इंजन में अचानक आग लग गई। घटना ऋषिकेश के समीप भद्रकाली क्षेत्र की है, जहां बस में धुआं उठता देख सतर्क पुलिस कर्मियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं।
कैसे हुआ हादसा?
यह घटना बुधवार रात करीब 8:05 बजे हुई। यूके07पीए 7650 नंबर की बस, जो बदरीनाथ से तीर्थयात्रियों को लेकर लौट रही थी, ऋषिकेश की ओर जा रही थी। जब बस भद्रकाली से ढालवाला की ओर मुड़ी, तभी कुछ ही दूरी पर बाएं साइड के अगले टायर के ऊपर इंजन में से अचानक धुआं निकलने लगा। बस में 42 तीर्थयात्री सवार थे।
बस की हालत देखकर मौके पर मौजूद मुनिकीरेती यातायात पुलिस के जवानों ने तुरंत स्थिति को भांपते हुए शोर मचाया और बस चालक को आग की सूचना दी। चालक ने सतर्कता दिखाते हुए तुरंत बस को भद्रकाली क्षेत्र में स्थित हर्बल गार्डन के पास रोका।
जान बचाने की जद्दोजहद
जैसे ही बस को रोका गया, यातायात पुलिस के जवानों ने बिना देर किए बस के अंदर मौजूद सभी तीर्थयात्रियों को बाहर निकालना शुरू किया। कई यात्री डर के मारे घबराए हुए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें धैर्यपूर्वक बस से सुरक्षित बाहर निकाला।
इंजन से निकल रही आग को बस में मौजूद अग्निशमन यंत्र की सहायता से बुझा दिया गया। कुछ ही देर में भद्रकाली चौकी से अन्य पुलिस कर्मी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया गया।
किसी को नहीं आई कोई चोट
इस पूरे घटनाक्रम में राहत की बात यह रही कि समय रहते सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और किसी को भी चोट नहीं आई। बाद में सभी 42 तीर्थयात्रियों को दूसरे सुरक्षित वाहन की व्यवस्था कर ऋषिकेश ट्रांजिट कैंप तक पहुंचाया गया।
पुलिस की सतर्कता से बची बड़ी अनहोनी
अगर पुलिस समय पर बस में उठते धुएं को नहीं देखती और तत्परता से कार्रवाई नहीं करती, तो यह घटना गंभीर हादसे में बदल सकती थी। पुलिस की सूझबूझ और त्वरित प्रतिक्रिया के कारण एक बड़ी अनहोनी टल गई।
इस घटना से यह साफ होता है कि यात्रा मार्गों पर तैनात पुलिसकर्मी केवल यातायात नियंत्रण ही नहीं करते, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा में भी पूरी तरह सजग रहते हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली और यातायात पुलिस की सराहना की। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा जैसे भीड़भाड़ वाले धार्मिक आयोजनों में छोटी सी लापरवाही भी गंभीर स्थिति पैदा कर सकती है। ऐसे में तैनात कर्मचारियों को हर समय सतर्क रहना होगा।
तीर्थयात्रियों ने जताया आभार
घटना के बाद बचाए गए तीर्थयात्रियों ने उत्तराखंड पुलिस और खासतौर पर मुनिकीरेती यातायात पुलिस का धन्यवाद किया। कई यात्रियों ने कहा कि अगर पुलिस समय पर न आती और कार्रवाई न करती तो शायद वे सभी किसी बड़े हादसे का शिकार हो सकते थे।
बस में तकनीकी खराबी की जांच जारी
अब प्रशासन यह जांच कर रहा है कि बस में आग किस कारण लगी। शुरुआती जांच में संभावना जताई जा रही है कि इंजन में तकनीकी खराबी या ओवरहीटिंग की वजह से आग लगी होगी। परिवहन विभाग से भी इस संबंध में जानकारी मांगी गई है और बस के तकनीकी परीक्षण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
यात्रियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क
इस घटना के बाद एक बार फिर चारधाम यात्रा में शामिल होने वाले वाहनों की तकनीकी जांच और सुरक्षा उपायों की जरूरत को रेखांकित किया गया है। प्रशासन अब और अधिक सतर्क हो गया है और सभी ट्रांसपोर्ट एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं कि यात्रियों को ले जाने से पहले सभी बसों की ठीक से जांच की जाए।
यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि बड़े आयोजनों में छोटी सी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। चारधाम यात्रा जैसे तीर्थ आयोजनों में जहां हजारों लोग प्रतिदिन आवाजाही करते हैं, वहां सुरक्षा के प्रति सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है। ऋषिकेश की इस घटना में उत्तराखंड पुलिस की तत्परता और कर्तव्यपरायणता ने यह साबित कर दिया कि जागरूकता और समय रहते उठाए गए कदम किसी भी बड़ी दुर्घटना को टाल सकते हैं।