उत्तरकाशी जिले के स्यानाचट्टी क्षेत्र में कुपड़ा खड्ड से दोबारा मलबा और पत्थर आने के कारण यमुना नदी का प्रवाह बाधित हो गया। इसके चलते नदी में बनी झील का जलस्तर फिर से बढ़ गया है। खतरे की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए करीब 60 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
झील का आकार लगभग 400 मीटर लंबा और 300 मीटर चौड़ा हो चुका है। जलस्तर बढ़ने से स्यानाचट्टी कस्बे के कई हिस्सों में पानी घुस गया। पुलिस व प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय होटलों और आवासीय भवनों को खाली कराया।
नदी किनारे बसे कुथनौर और खराड़ी गांवों के लोग भी एहतियातन अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों और अपने मूल गांवों—जैसे स्यालना, पुजारगांव, पाली और भंसाड़ी—की ओर चले गए।