हल्द्वानी (उत्तराखंड)। नवमी के पावन अवसर पर कन्या पूजन से लौट रही दो मासूम बच्चियां सड़क हादसे का शिकार हो गईं। बजूनियाहल्दू कठघरिया में शुक्रवार शाम को एक तेज रफ्तार बाइक ने दोनों को टक्कर मार दी, जिसमें 7 वर्षीय सुनैना की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि 8 साल की श्रीजना गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल के आईसीयू में जिंदगी और मौत से जूझ रही है।
हादसे के बाद पुलिस की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलते ही मुखानी थाना प्रभारी विजय मेहता पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घायल बच्चियों को अस्पताल पहुंचाया। बच्चियों में से सुनैना की स्थिति गंभीर थी, और उपचार के दौरान उसने एसटीएच (सुशीला तिवारी अस्पताल) में दम तोड़ दिया। दूसरी बच्ची श्रीजना का इलाज एक निजी अस्पताल में जारी है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। हादसे में बाइक सवार युवक भी घायल हुआ, जिसका इलाज चल रहा है।
शनिवार को पुलिस ने सुनैना के शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर उसे परिजनों को सौंप दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चियों के परिजनों की ओर से तहरीर दी गई है, और उसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
मासूमों के साथ हुआ हादसा
हरीश कुमार, जो पेशे से दर्जी हैं और मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बिलासपुर के महतोष गांव के निवासी हैं, पिछले सात वर्षों से हल्द्वानी के कठघरिया इलाके में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। उनकी तीन संतानों में सुनैना दूसरे नंबर की थी और वह स्थानीय प्राइमरी स्कूल में कक्षा दो में पढ़ती थी। शुक्रवार की सुबह सुनैना और उसकी सहेली श्रीजना को कन्या पूजन के लिए आसपास के घरों में बुलाया गया था। लोग दोनों को देवी स्वरूप मानते हुए उनके पैर धोकर आशीर्वाद ले रहे थे।
सड़क पर खून से लथपथ मिली मासूमें
पूजन के बाद दोनों सहेलियां शाम को घर लौट रही थीं, जब रास्ते में तेज रफ्तार बाइक ने उन्हें रौंद दिया। दोनों बच्चियां सड़क किनारे खून से लथपथ पड़ी रहीं। थाना प्रभारी विजय मेहता मौके पर पहुंचे और गंभीर रूप से घायल श्रीजना के सिर से बहते खून को रोकने के लिए अपना रुमाल बांधकर तुरंत अस्पताल भिजवाया।
सुनैना की मौत की खबर सुनकर उसके पिता हरीश कुमार पूरी तरह टूट गए। उन्होंने बताया कि वे हल्द्वानी में बच्चों की बेहतर पढ़ाई और भविष्य के लिए रह रहे थे, लेकिन इस हादसे ने उनकी दुनिया उजाड़ दी। शुक्रवार की शाम वह अपनी बेटी के लौटने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन उन्हें उसकी मौत की मनहूस खबर मिली।
अस्पताल में मायूस बैठे परिजन, हालत गंभीर
इस हादसे के बाद से श्रीजना के परिजन निजी अस्पताल के बाहर बेहद चिंतित और मायूस होकर उसकी स्थिति पर निगाहें लगाए बैठे हैं। परिवारजन बच्ची के स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।
इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है, और तेज रफ्तार वाहन चालकों के प्रति लोगों का आक्रोश भी बढ़ गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और हादसे के लिए जिम्मेदार बाइक चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।