Udham Singh Nagar Uttarakhand : उधम सिंह नगर जनपद के बाजपुर क्षेत्र के रंपुरा शाकर गांव में रविवार शाम उस समय हड़कंप मच गया जब कुछ अज्ञात युवकों ने एक घर में घुसकर वहां मौजूद मां-बेटी पर बेरहमी से हमला कर दिया। इस हमले में 15 वर्षीय किशोरी कशिश और उसकी 30 वर्षीय मां रेशमा गंभीर रूप से घायल हो गईं। घटना उस समय हुई जब घर के अन्य सदस्य पास के गांव में आयोजित मोहर्रम मेले में शामिल होने गए थे।
घटना का विवरण
रविवार की शाम लगभग 6 बजे, गांव की गलियों में सन्नाटा था, क्योंकि अधिकांश लोग मोहर्रम के कार्यक्रम में भाग लेने गए हुए थे। इसी दौरान कुछ युवक अचानक रेशमा के घर में घुसे। उस वक्त घर पर सिर्फ रेशमा और उसकी बेटी कशिश मौजूद थीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आरोपित युवक घर में घुसते ही गाली-गलौज करने लगे और महिलाओं के साथ अभद्र भाषा में बात करने लगे।
जब रेशमा और कशिश ने विरोध जताया, तो आरोपियों ने लाठी-डंडों से दोनों पर हमला कर दिया। यह हमला इतना अचानक और तेज था कि दोनों महिलाओं को खुद को बचाने का मौका तक नहीं मिला। चीख-पुकार की आवाजें सुनकर पास के मकान में रहने वाले पड़ोसी इबले हसन मदद के लिए दौड़े, लेकिन हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया और घायल कर दिया।
स्थानीय लोगों में गुस्सा, अस्पताल में भीड़ जुटी
घटना की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण भी मौके पर पहुंचने लगे। हमलावर हमले के बाद वहां से भाग निकले। घायल मां-बेटी को तुरंत बाजपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। खासकर किशोरी कशिश की हालत नाजुक बताई जा रही है।
इस घटना से गांव के लोगों में भारी गुस्सा देखने को मिला। बड़ी संख्या में ग्रामीण और परिजन अस्पताल पहुंच गए और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। अस्पताल परिसर में भीड़ और तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस बल को तैनात किया गया।
पुलिस जांच शुरू, आरोपियों की तलाश जारी
परिजनों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आरोपी पहले से ही इलाके में कुछ विवादित गतिविधियों में शामिल रहे हैं। पुलिस को जैसे ही घटना की सूचना मिली, उन्होंने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पीड़ितों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
पुलिस का दावा है कि जल्द ही आरोपियों की पहचान कर ली जाएगी और उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फिलहाल मामले में आईपीसी की संबंधित धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
महिला सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए अभियान चला रही है, वहीं दूसरी ओर ऐसी घटनाएं दर्शाती हैं कि ज़मीनी स्तर पर हालात अब भी चिंताजनक हैं। रंपुरा शाकर गांव जैसे शांत इलाके में इस तरह की घटना का होना वहां की सामाजिक स्थिति पर भी सवाल खड़े करता है।
गांव में भय का माहौल
घटना के बाद गांव के लोगों में भय और असुरक्षा की भावना है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक उनका डर बना रहेगा। कई लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि गांव में अस्थाई पुलिस चौकी स्थापित की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।
प्रशासन से मांगें
ग्रामीणों और परिजनों की मांग है कि:
आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए
पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए
कशिश और रेशमा के इलाज का पूरा खर्च सरकार उठाए
गांव में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए
निष्कर्ष
बाजपुर क्षेत्र की यह घटना केवल एक परिवार पर हमला नहीं, बल्कि समाज में बढ़ते अपराधों और असंवेदनशीलता का प्रतीक बन गई है। जब महिलाएं अपने ही घर में सुरक्षित नहीं रह पा रहीं, तो यह सभी के लिए चिंतन का विषय है। प्रशासन को चाहिए कि वह न सिर्फ त्वरित कार्रवाई करे, बल्कि ऐसी घटनाओं की
पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम भी उठाए।