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उत्तराखंड के चंपावत जिले में सड़क हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार शाम लोहाघाट के शिवालय पुल के पास एक कार अनियंत्रित होकर लोहावती नदी में गिर गई। हादसे में नौ युवक घायल हो गए। दुर्घटना के वक्त कार में मध्य प्रदेश के युवा सवार थे, जो पिथौरागढ़ में सेना भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेने के बाद लौट रहे थे।

कार अनियंत्रित होकर नदी में गिरी
मध्य प्रदेश के युवाओं से भरी ईको कार अनियंत्रित होकर पुल से नीचे लोहावती नदी में जा गिरी। वाहन चालक समेत सभी नौ युवक हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस, फायर ब्रिगेड, नगर पालिका कर्मी और स्थानीय युवाओं की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू टीम ने घायलों को नदी से बाहर निकालकर 108 एंबुलेंस की मदद से चंपावत जिला अस्पताल पहुंचाया।

रेस्क्यू ऑपरेशन में स्थानीय युवाओं की अहम भूमिका
घायलों को बचाने के लिए स्थानीय युवाओं ने जान जोखिम में डालकर पुलिस और फायर ब्रिगेड की मदद की। स्थानीय युवा अजय ढेक और नगर पालिका के कर्मचारी सुमित गड़कोटी ने घायलों को निकालने में सराहनीय योगदान दिया। रेस्क्यू ऑपरेशन में नगर पालिका ईओ सौरभ नेगी, प्रमोद महर, राजस्व उपनिरीक्षक नीरज कुमार, 112 कर्मी एएसआई गोपाल सनवाल, ललित रावल और चीता पुलिसकर्मी सुनील कुमार व संजय जोशी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

घायलों का इलाज जारी
तहसीलदार लोहाघाट, जगदीश सिंह नेगी ने बताया कि घायलों को सुरक्षित निकालने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां सभी का इलाज चल रहा है। घायल युवाओं में से आठ मध्य प्रदेश के निवासी हैं और वाहन चालक पिथौरागढ़ का रहने वाला है।

रेस्क्यू में कड़ी मशक्कत

घायलों को नदी से बाहर निकालने में रेस्क्यू टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी। लोहावती नदी के तेज बहाव और दुर्घटना स्थल की चुनौतीपूर्ण स्थिति के बावजूद सभी घायलों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

सुरक्षा और सतर्कता की अपील
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित करता है। प्रशासन ने स्थानीय निवासियों और वाहन चालकों से अपील की है कि वे पहाड़ी मार्गों पर यात्रा करते समय विशेष सतर्कता बरतें।

इस हादसे में प्रशासन और स्थानीय युवाओं की तत्परता और साहस ने नौ जिंदगियां बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका यह प्रयास समाज के लिए एक प्रेरणा है।

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