Uttarakhand kashipur :उत्तराखंड के काशीपुर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसमें पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और उसके तीन साथियों पर नगर निगम मेयर के भतीजे का अपहरण कर मारपीट करने का आरोप लगा है। पीड़ित की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने एक नामजद समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।
क्या है पूरा मामला?
काशीपुर नगर निगम के मेयर दीपक बाली के भतीजे और पूर्व पार्षद सर्वेश बाली के पुत्र हर्षित बाली ने स्थानीय पुलिस थाने में तहरीर देते हुए बताया कि वह अपनी दुकान पर मौजूद थे। उसी दौरान एक कार उनकी दुकान के सामने आकर रुकी, जिससे दुकान का गेट पूरी तरह से ब्लॉक हो गया।
हर्षित ने जब कार को हटाने के लिए कहा, तो उसमें से एक व्यक्ति बाहर आया और खुद को “गुरुप्रेम” नाम का बताते हुए उनसे अभद्रता करने लगा। जब हर्षित ने शांतिपूर्वक बात करने की कोशिश की, तो गुरुप्रेम ने फोन कर तीन और लोगों को मौके पर बुला लिया।
स्कॉर्पियो में आए हमलावर
तहरीर के अनुसार, कुछ ही देर में एक काले रंग की स्कॉर्पियो वहां आकर रुकी, जिसमें तीन युवक सवार थे। वे आते ही हर्षित पर हमला करने लगे। चारों लोगों ने मिलकर हर्षित की बेरहमी से पिटाई की और फिर उसे जबरन गाड़ी में डालकर वहां से ले गए।
पीड़ित का कहना है कि आरोपियों का इरादा उसकी हत्या करने का था। उन्होंने न केवल मारपीट की, बल्कि एक धारदार हथियार से उस पर हमला भी किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद हमलावरों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और कुछ समय बाद राधेहरि डिग्री कॉलेज के पास सड़क किनारे फेंक कर वहां से फरार हो गए।
पुलिस ने दर्ज किया केस
इस पूरी घटना की जानकारी मिलते ही पीड़ित हर्षित बाली ने कोतवाली काशीपुर में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष गुरुप्रेम और तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण, हत्या के प्रयास, मारपीट और जान से मारने की धमकी जैसी गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद से आरोपी फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और अन्य तकनीकी माध्यमों से भी आरोपियों की तलाश में जुटी है।
राजनीतिक हलकों में हलचल
चूंकि मामला नगर निगम के मेयर दीपक बाली के परिवार से जुड़ा हुआ है, इसलिए इस घटना ने स्थानीय राजनीति में भी हलचल पैदा कर दी है। कई राजनीतिक दलों और स्थानीय नेताओं ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मेयर दीपक बाली ने कहा कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और प्रशासन को चाहिए कि ऐसे तत्वों पर सख्त कानूनी कार्रवाई हो। उन्होंने विश्वास जताया कि पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच करेगी और दोषियों को सजा दिलाई जाएगी।
पीड़ित की हालत स्थिर
वहीं, दूसरी ओर हर्षित बाली को तत्काल इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार, उनके शरीर पर कई जगहों पर गहरे चोट के निशान हैं, लेकिन खतरे से बाहर हैं।
पुलिस का रुख
पुलिस ने बयान दिया है कि वह मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए तेजी से जांच कर रही है। नामजद आरोपी गुरुप्रेम की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है और उसकी गिरफ्तारी प्राथमिकता है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने यह भी कहा कि अगर अन्य लोगों की संलिप्तता सामने आती है तो उन पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है। स्थानीय व्यापारियों और आम नागरिकों में डर का माहौल है। लोगों का कहना है कि अगर एक जनप्रतिनिधि के परिवार के सदस्य के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेगा।
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काशीपुर में सामने आया यह मामला न केवल एक आपराधिक घटना है, बल्कि कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है। प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वह ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए और आम जनता में सुरक्षा का भरोसा बनाए रखे। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस केस को कि
तनी तेजी और निष्पक्षता से सुलझा पाती है।