उत्तराखंड के रुड़की में नगला इमरती बाईपास के पास एक खौफनाक घटना सामने आई है, जिसमें तीन नकाबपोश बदमाशों ने खनन कारोबारी गुलाम साबिर पर फायरिंग की। घटना में कारोबारी और उसका साथी तो बाल-बाल बच गए, लेकिन गोली लगने से एक राहगीर गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल व्यक्ति को देहरादून के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। 

रविवार देर शाम खनन कारोबारी गुलाम साबिर अपनी थार कार के पास अपने एक साथी के साथ खड़े थे। तभी तीन नकाबपोश बदमाश बाइक पर सवार होकर वहां पहुंचे और कारोबारी को पास बुलाया। बदमाशों को देखकर साबिर को कुछ शक हुआ और वह तुरंत अपने साथी के साथ भागने लगे। इसी बीच बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि, कारोबारी और उसका साथी बच निकलने में कामयाब रहे, लेकिन इस फायरिंग के दौरान वारिस नाम का एक राहगीर, जो वहां से गुजर रहा था, उसकी कमर में एक गोली लग गई।

बदमाशों ने भागते वक्त साबिर की थार कार पर भी कई राउंड फायरिंग की, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वे हथियार लहराते हुए फरार हो गए।

पुलिस की कार्रवाई:

पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे इलाके में घेराबंदी कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। फिलहाल बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, लेकिन पुलिस घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच कर रही है। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।

 

घायल राहगीर वारिस को पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे तुरंत देहरादून रेफर कर दिया गया है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगला इमरती इलाके में यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह की फायरिंग हुई हो। चार महीने पहले भी इसी इलाके में वर्चस्व को लेकर फायरिंग हुई थी, जिसमें एक और राहगीर घायल हो गया था।

निष्कर्ष:

इस घटना ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस की प्राथमिकता अब आरोपितों को जल्द से जल्द पकड़कर घटना की तह तक पहुंचने की है। पुलिस द्वारा सख्त कदम उठाने के बाद ही इलाके में शांति बहाल होने की उम्मीद जताई जा रही है।

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