उत्तराखंड में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन का असर अब जमीन पर दिखने लगा है, जहां अब तक 81 हजार करोड़ रुपये के निवेश समझौते अमल में आ चुके हैं। मार्च 2024 तक 71 हजार करोड़ के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। उद्योग विभाग अब जल्द ही एक और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन करने की योजना बना रहा है।
देहरादून में दिसंबर 2023 में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन में विभिन्न उद्योग समूहों के साथ कुल 3.56 लाख करोड़ रुपये के निवेश करार किए गए थे। मार्च 2024 में पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का आयोजन किया गया, जिसमें 71 हजार करोड़ रुपये के निवेशों को धरातल पर उतारा गया। इसके अतिरिक्त, 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर भी काम अंतिम चरण में है। इन निवेशों ने राज्य में आर्थिक गतिविधियों को तेज कर दिया है, और कई कंपनियों ने अपना उत्पादन भी शुरू कर दिया है।
राज्य सरकार द्वारा औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए उद्योगों के अनुकूल वातावरण और सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से विभिन्न अनुमतियों को सरल बनाया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं निवेशकों को प्रोत्साहित करने और निवेश प्रस्तावों की निगरानी करने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
निवेश मुख्यतः ऊर्जा, वैकल्पिक ऊर्जा, पर्यटन, उद्योग, स्वास्थ्य, फार्मा, आयुष, औद्यानिकी और आवास जैसे क्षेत्रों में हो रहा है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर इसमें सबसे आगे है, खासकर ऊधम सिंह नगर और हरिद्वार में सबसे अधिक निवेश आ रहा है।
मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि राज्य में निवेशक सम्मेलन में हुए करारों को धरातल पर लाने के लिए सभी आवश्यक प्रयास किए जा रहे हैं। सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से निवेशकों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। इससे राज्य में व्यापार और विकास का माहौल सुदृढ़ हो रहा है। उनका कहना है कि सरकार सभी निवेश प्रस्तावों की शत-प्रतिशत ग्राउंडिंग सुनिश्चित करेगी, जिससे राज्य की आर्थिक वृद्धि को और बल मिलेगा।