सरोवर नगरी नैनीताल में अब मौसम ने करवट ले ली है। दिन ढलते ही ठंडी हवाएं गलन का एहसास कराने लगी हैं। शाम के समय बढ़ती ठंड के कारण बाजारों में रौनक घट गई है और सैलानियों की आवाजाही में भी कमी देखने को मिल रही है। दिन में हल्की धूप जरूर निकल रही है, लेकिन जैसे ही सूरज पश्चिम में ढलता है, पारा तेजी से गिरने लगता है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, अब सुबह-शाम आग और हीटर का सहारा लेना मजबूरी बन गया है। कई इलाकों में लोग अलाव जलाकर खुद को गर्म रखने की कोशिश कर रहे हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के वैज्ञानिक डॉ. रोहित थपलियाल के मुताबिक, नैनीताल सहित राज्य के पर्वतीय इलाकों में रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। वर्तमान में न्यूनतम तापमान लगभग नौ डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। अनुमान है कि 18 नवंबर से तापमान में और गिरावट आएगी। फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा, दिन में हल्की धूप खिली रहेगी, लेकिन शाम और रात की ठंड और अधिक बढ़ेगी।
वहीं मैदानी क्षेत्रों में कोहरे का असर दिखाई देने लगा है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार वातावरण में नमी की मात्रा अधिक रहने से ठंड पिछले सालों की तुलना में ज्यादा कड़ाके की हो सकती है। हालांकि फिलहाल बारिश या बर्फबारी की कोई संभावना नहीं है।
जीआईसी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, सोमवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम नौ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
कुल मिलाकर, नैनीताल में अब सर्दी ने दस्तक दे दी है और आने वाले दिनों में ठिठुरन और बढ़ने वाली है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों को शाम के समय विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।







