Breaking News :अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 के क्रैश हो जाने की घटना ने पूरे देश को गहरे शोक में डाल दिया है। इस दुखद हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत कुल 242 लोगों की जान चली गई। बताया जा रहा है कि यह हादसा गुरुवार सुबह अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से टेकऑफ के कुछ ही मिनट बाद हुआ।
इस हादसे ने ना सिर्फ गुजरात, बल्कि पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। एयर इंडिया का यह विमान बोइंग 787 ड्रीमलाइनर था, जो लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट के लिए रवाना हुआ था। टेकऑफ के तीन मिनट के भीतर ही विमान ने नियंत्रण खो दिया और शहर के पास एक रिहायशी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। धमाका इतना भयानक था कि मलबा कई सौ मीटर तक फैल गया। तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया, लेकिन कोई भी यात्री जीवित नहीं बच पाया।
यात्रियों की सूची और प्रमुख हस्तियां
इस विमान में 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, 1 कनाडाई नागरिक और 7 पुर्तगाली नागरिक सवार थे। इनके अलावा चालक दल के 12 सदस्य भी विमान में मौजूद थे। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी यात्री सूची में 12वें नंबर पर दर्ज थे। वह लंदन में रह रहे अपने बेटे और बेटी से मिलने जा रहे थे।
उनके करीबी सहयोगी नितिन भारद्वाज ने बताया कि रूपाणी जी पिछले कुछ समय से अपने परिवार से मिलने की योजना बना रहे थे। इस त्रासदी में उद्योग जगत की दो और बड़ी हस्तियों – कार्गो मोटर्स के प्रमुख नंदा और लुबी इंडस्ट्रीज के निदेशक सुभाष अमीन – की भी मौत हो गई है।
चश्मदीदों ने क्या देखा
हादसे के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि टेकऑफ के तुरंत बाद विमान के बाएं विंग से धुंआ निकलता देखा गया। कुछ ही पलों में विमान ने तेजी से ऊंचाई खोई और एक निर्माणाधीन इमारत से टकरा गया। इसके बाद ज़ोरदार धमाका हुआ और आग की ऊँची लपटें उठने लगीं। फायर ब्रिगेड और NDRF की टीम तुरंत मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक सब कुछ राख हो चुका था।
जांच के आदेश
हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार तकनीकी गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है, लेकिन स्पष्ट कारणों की पुष्टि जांच के बाद ही हो पाएगी। एक विशेष जांच समिति का गठन कर दिया गया है, जिसमें एयरक्राफ्ट इंजीनियरिंग, एविएशन सुरक्षा और पायलट ट्रेनिंग से जुड़े विशेषज्ञ शामिल हैं।
सरकार और प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस हादसे पर गहरा शोक जताते हुए सभी मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा,
“यह दुर्घटना अत्यंत दुखद है। हम सभी मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके परिजनों के लिए प्रार्थना करते हैं कि उन्हें यह अपार दुःख सहने की शक्ति मिले।”
गृह मंत्री अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। पटेल ने कहा कि “विजयभाई का जाना व्यक्तिगत क्षति है। उन्होंने गुजरात को नई दिशा दी थी। हम सब उनके योगदान को सदा याद रखेंगे।”
देशभर में शोक की लहर
हादसे के बाद पूरे देश में शोक की लहर फैल गई है। गुजरात में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। अहमदाबाद, राजकोट, सूरत और भावनगर में स्थानीय व्यापारिक संगठनों ने स्वतः ही अपने प्रतिष्ठान बंद रखने का निर्णय लिया है।
सोशल मीडिया पर लोग भावनात्मक संदेशों के ज़रिए मृतकों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। कई लोगों ने सवाल उठाए हैं कि एयर इंडिया जैसे बड़े ब्रांड की सुरक्षा व्यवस्था में ऐसी चूक कैसे हुई।
अंतिम निष्कर्ष
यह हादसा एक बार फिर भारत में विमानन सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करता है। इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान जाना सिर्फ एक तकनीकी चूक का नतीजा नहीं हो सकता। विस्तृत और पारदर्शी जांच की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
फिलहाल, देश इस अपूरणीय क्षति के शोक में डूबा हुआ है। हादसे में मारे गए सभी यात्रियों को श्रद्धांजलि और उनके परिवारों को इस कठिन समय में संबल मिलने की कामना की जा रही है।