देहरादून/टिहरी/चमोली।
उत्तराखंड में लगातार हो रही तेज बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। टिहरी और चमोली जिलों में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई इलाकों में मकानों को नुकसान पहुंचा है, जबकि सड़कों के बंद होने से यातायात भी प्रभावित हुआ है।
टिहरी जिले की स्थिति
गुरुवार देर रात टिहरी जिले के गेंवाली भिलंगना क्षेत्र में बादल फटने से हड़कंप मच गया। अभी तक जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचने की आशंका जताई गई है। राहत और बचाव कार्य के लिए राजस्व, स्वास्थ्य, विद्युत, जल संस्थान, पीडब्ल्यूडी और पुलिस की टीमें मौके पर भेजी गई हैं।
देवाल तहसील के मोपाटा गांव में भी बादल फटने की घटना हुई। यहां एक दंपति के लापता होने और दो लोगों के घायल होने की खबर है। साथ ही एक आवासीय गोशाला ढहने से लगभग 15–20 मवेशियों की दबने की आशंका है।
कालेश्वर क्षेत्र में पहाड़ से आए मलबे ने घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। यहां राहत कार्य के लिए जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं।
चमोली में बंद हुए मार्ग
लगातार बारिश से चमोली जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग के कई हिस्सों पर यातायात रुक गया है। नंदप्रयाग, कमेड़ा, भवनेरपानी, पागलनाला, जिलासू के पास, गुलाबकोटी और चटवापीपल क्षेत्र में सड़कें बंद हैं। इन्हें खोलने के लिए विभागीय टीमें काम कर रही हैं।
पुलिस की अपील
पुलिस प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि मौसम की स्थिति और मार्ग की जानकारी लिए बिना यात्रा पर न निकलें और प्रशासन द्वारा जारी अलर्ट पर ध्यान दें।