उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी ने संगठन को और सशक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। पार्टी ने महेंद्र भट्ट को एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। यह उनका लगातार दूसरा कार्यकाल है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें अपने सरकारी आवास पर आमंत्रित कर हार्दिक शुभकामनाएं दीं और उनके नेतृत्व में संगठन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का विश्वास जताया।
मुख्यमंत्री ने भट्ट के पिछले कार्यकाल की सराहना करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में पार्टी ने राज्य के कोने-कोने में संगठन को मजबूत किया है। उन्होंने भरोसा जताया कि महेंद्र भट्ट का अनुभव और कार्यकर्ताओं से जुड़ाव पार्टी को आगामी चुनावों में और अधिक सफलता दिलाएगा।
इस मौके पर भाजपा के राज्य संगठन महामंत्री अजय कुमार भी मौजूद रहे। उन्होंने भी भट्ट को बधाई दी और आगामी पंचायत एवं विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए संगठनात्मक रणनीतियों पर जोर दिया।
सर्वसम्मति से हुआ चुनाव
देहरादून के जीएमएस रोड स्थित एक होटल में आयोजित प्रांतीय परिषद की बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री और चुनाव अधिकारी हर्ष मल्होत्रा की उपस्थिति में महेंद्र भट्ट के नाम की औपचारिक घोषणा की गई। उन्हें सर्वसम्मति से प्रदेश अध्यक्ष चुना गया। बैठक के दौरान राष्ट्रीय परिषद के लिए आठ नए सदस्यों के नामों की घोषणा भी की गई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि पार्टी आगामी वर्षों में जमीनी स्तर पर संगठन को और मजबूती देने की दिशा में काम कर रही है।
पंचायत से लेकर विधानसभा तक की रणनीति
पुनर्नियुक्ति के बाद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए महेंद्र भट्ट ने आने वाले समय की राजनीतिक दिशा स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि पार्टी का लक्ष्य केवल विधानसभा नहीं, बल्कि पंचायत से लेकर बीडीसी (ब्लॉक डेवलपमेंट कमेटी) और ग्राम सभाओं तक की जीत सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा, “हमें इस बार ऐसा संगठन बनाना है, जिसमें प्रदेश का कोई भी बीडीसी वार्ड या ग्राम सभा ऐसी न बचे, जहां भाजपा का कार्यकर्ता चुनावी मैदान में न हो।”
उन्होंने बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की भूमिका को विशेष महत्व देते हुए कहा कि भाजपा की असली ताकत बूथ से ही निकलती है। अगर बूथ मजबूत होगा, तो चुनाव में जीत निश्चित होगी। भट्ट ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे गांव, वार्ड और ब्लॉक स्तर पर चुनावी तैयारियों में जुट जाएं।
“60 पार” का लक्ष्य और 2027 की तैयारी
महेंद्र भट्ट ने 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक अवसर बताया। उन्होंने कहा कि 2022 में भाजपा ने राज्य में दोबारा सरकार बनाकर एक राजनीतिक मिथक को तोड़ा और अब 2027 में पार्टी का लक्ष्य “60 पार” सीटों का है। यह लक्ष्य सिर्फ संख्या नहीं, बल्कि राज्य में स्थायी और स्थिर शासन की नींव रखने का प्रयास है।
उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल चुनाव जीतना नहीं है, बल्कि राज्य के प्रत्येक नागरिक तक विकास की रोशनी पहुंचाना है। हम संगठन को इतना सशक्त बनाएंगे कि आने वाले वर्षों में कोई भी चुनाव भाजपा के लिए चुनौती न रह जाए।”
विपक्ष पर सीधा वार
अपने संबोधन में महेंद्र भट्ट ने विपक्षी कांग्रेस पार्टी पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस सिर्फ भाषणों और वादों की राजनीति करती रही, वहीं भाजपा ने जमीनी स्तर पर विकास को वास्तविकता में बदलकर दिखाया है। उन्होंने दावा किया कि आज उत्तराखंड की जनता खुद देख रही है कि कैसे राज्य में सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वरोजगार के क्षेत्र में व्यापक कार्य हुए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के पास न कोई स्पष्ट नीति है, न नेतृत्व। “जनता अब वादों के बजाय काम चाहती है, और भाजपा ने यही करके दिखाया है,” उन्होंने जोड़ा।
कार्यकर्ताओं से अपील
महेंद्र भट्ट ने कार्यकर्ताओं से यह आह्वान किया कि वे किसी भी परिस्थिति में हिम्मत न हारें और लगातार संगठन के विस्तार एवं मजबूती में लगे रहें। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव से लेकर 2027 के विधानसभा चुनाव तक का सफर आसान नहीं होगा, लेकिन अगर सभी कार्यकर्ता मिलकर मेहनत करें तो कोई लक्ष्य दूर नहीं।
उन्होंने अंत में यह भी जोड़ा कि भाजपा सिर्फ एक राजनीतिक दल नहीं, बल्कि एक राष्ट्र निर्माण की सोच है। “हमें उत्तराखंड को आत्मनिर्भर और विकसित राज्य बनाने की दिशा में मिलकर काम करना है, और इस लक्ष्य को के
वल भाजपा ही साकार कर सकती है।”