Uttrakhand ;उत्तराखंड के सितारगंज से एक बेहद चौंकाने वाली और अमानवीय घटना सामने आई है। यहां एक युवक को बंधक बनाकर न सिर्फ फिरौती मांगी गई, बल्कि इंकार करने पर उसे ऐसी यातनाएं दी गईं जिन्हें सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए। युवक को गर्म चाकू से दागा गया और बेरहमी से पीटा गया। इस पूरी घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
युवक को बहाने से बुलाया और बंधक बना लिया
घटना सात जून की शाम की है। अंबेडकर वार्ड नंबर आठ निवासी पृथ्वीराज पुत्र देवराज किसी काम से बाजार गया हुआ था। इस दौरान स्टेट बैंक के पास उसकी मुलाकात अंबेडकर नगर निवासी कासिद पुत्र मोहम्मद इस्माइल और बाईपास कॉलोनी के अमन गुप्ता पुत्र रमेश गुप्ता से हुई। दोनों युवकों ने पृथ्वीराज को किसी जरूरी काम का हवाला देकर अमन गुप्ता के घर चलने के लिए कहा। पृथ्वीराज दोनों पर भरोसा कर उनके साथ चला गया, लेकिन उसे नहीं पता था कि आगे उसके साथ क्या होने वाला है।
कुछ देर बाद जब तीनों अमन के घर पहुंचे, तो वहां अमन का बड़ा भाई आकाश गुप्ता भी आ गया। इसके बाद तीनों ने मिलकर पृथ्वीराज को एक कमरे में बंद कर लिया और उस पर दबाव डालने लगे कि वह अपने परिवार से 50 हजार रुपये मंगवाए। जब पृथ्वीराज ने उनकी बात मानने से इनकार किया, तो उन्होंने उस पर बर्बरता शुरू कर दी।
अमानवीय टॉर्चर: गर्म चाकू से जलाया गया शरीर
पृथ्वीराज ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि इन तीनों आरोपियों ने न सिर्फ उसे पीटा, बल्कि और भी अधिक अमानवीय तरीके अपनाए। उसकी कमीज उतरवाकर गर्म चाकू से पीठ और शरीर के अन्य हिस्सों पर दागा गया। इसके साथ ही उसके हाथ-पैर बांधकर बेरहमी से पीटा गया। युवक की पीठ पर गंभीर चोट और जलने के निशान पाए गए हैं, जो उस पर हुए अत्याचारों की गवाही दे रहे हैं।
बहन को भी धमकी: पैसे नहीं दिए तो जान से मारने की धमकी
यातनाओं से टूट चुके पृथ्वीराज ने आखिरकार हार मान ली और अपनी बहन का मोबाइल नंबर आरोपियों को दे दिया। इसके बाद आरोपियों ने उसकी बहन को फोन कर धमकाया कि अगर वह अपने भाई को जिंदा देखना चाहती है तो तुरंत 50 हजार रुपये का इंतजाम करे। यह कॉल सुनकर बहन और पूरा परिवार घबरा गया।
पूरी रात बंदी बना रहा युवक, सुबह हुआ फरार
पीड़ित ने आगे बताया कि उसे पूरी रात उसी कमरे में बंद रखा गया और लगातार प्रताड़ित किया गया। सुबह जब मोहल्ले में हलचल बढ़ी और आसपास के लोग जागे, तो आरोपियों को डर लगा और वे मौके से भाग निकले। इसके बाद पृथ्वीराज किसी तरह वहां से निकल पाया और अपने घर पहुंचकर परिजनों को सारी आपबीती सुनाई।
पुलिस ने किया केस दर्ज, जांच शुरू
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और पीड़ित की शिकायत पर संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि वे सभी संभावित एंगल से जांच कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि पीड़ित और आरोपियों के बीच पहले भी किसी आर्थिक लेनदेन को लेकर विवाद हुआ था, जो इस क्रूर घटना की वजह हो सकता है।
फिलहाल पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है और उन्हें पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं। मेडिकल जांच में पृथ्वीराज के शरीर पर गंभीर जख्मों और जलने के निशान की पुष्टि हुई है।
समाज में गूंज उठा सवाल
इस तरह की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं, बल्कि समाज की मानसिकता पर भी गहरा असर डालती हैं। युवाओं के बीच आपसी झगड़े का इतना खतरनाक रूप लेना और किसी को बंधक बनाकर उस पर जानवरों जैसी हिंसा करना, ये दर्शाता है कि अपराधी मानसिकता किस कदर बढ़ती जा रही है।
पुलिस प्रशासन की सक्रियता के बावजूद अगर आम जनता खुद को असुरक्षित महसूस करे, तो यह चिंताजनक है। अब देखना यह होगा कि पुलिस इन आरोपियों को कब तक पकड़ पाती है और पी
ड़ित को न्याय कब तक मिलता है।